अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने वाली है. इस यात्रा से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा के सफल रहने से देश के बाकी हिस्सों में यह संदेश जाएगा कि कश्मीर में शांति है. अब्दुल्ला ने देश-विदेश के श्रद्धालुओं से अमरनाथ यात्रा में ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लेने की बात कही है.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही यहां पर्यटन पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है. यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के तमाम नेता घाटी में दोबारा पर्यटकों की वापसी पर जोर दे रहे हैं. फारूक अब्दुल्ला से पहले पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भी अमरनाथ यात्रा में ज्यादा से ज्यादा लोगों के शामिल होने की अपील की थी.
क्या बोले फारुख अब्दुल्ला?
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के सफल रहने से देश के बाकी हिस्सों में यह संदेश जाएगा कि कश्मीर में शांति है. हर साल होने वाली अमरनाथ इस साल तीन जुलाई से शुरू होने जा रही है. अब्दुल्ला ने कहा कि यह अच्छी बात है कि अमरनाथ तीर्थयात्री आएंगे. अधिक से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आने चाहिए ताकि यह संदेश जाए कि यहां (कश्मीर में) शांति है. उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर को जो नुकसान हुआ है. उसे शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रा से कम किया जा सकता है.
कब से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा?
इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलने वाली है. इस यात्रा के लिए अब तक 3 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी यात्रा के पुख्ता इंतेजाम करने के आदेश दिए थे. अप्रैल में पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद से ही इस यात्रा को लेकर संशय बना हुआ था, कि यह होगी या नहीं. हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया था की यात्रा जरूर होगी. 1 महीने से ज्यादा समय तक चलने वाली इस यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.