राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के चीफ मोहन भागवत दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को कानपुर पहुंचे. इस दौरान मोहन भागवत ने सोमवार को छात्रों और बिजनेसमैन से बातचीत की और उनको स्वदेशी सामान इस्तेमाल करने की सलाह दी.
प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को छात्रों, व्यापारियों और जनता से इस बात पर विचार करने के लिए कहा कि वो अपने दैनिक जीवन में ‘स्वदेशी’ प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने का संकल्प लेकर देश के विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं.
स्वदेशी सामान इस्तेमाल करने की सलाह
यह जानकारी आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. अनुपम ने शेयर की. अनुपम ने भागवत के हवाले से कहा, स्वदेशी सामान इस्तेमाल करने का संकल्प हमारे अपने जीवन से शुरू होना चाहिए और फिर हमारे परिवारों, इलाकों, शहरों और राज्यों तक फैलना चाहिए.
आरएसएस चीफ ने आगे कहा, हमारे देश में कमाया गया पैसा देश में ही रहना चाहिए और देश के विकास के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए. हमें इसी मानसिकता के साथ अपना जीवन जीना चाहिए. भागवत ने इस बात पर जोर दिया कि रोजमर्रा की जिंदगी में देशभक्ति की गहरी भावना ही व्यक्तियों और राष्ट्र दोनों को आगे बढ़ा सकती है, जिससे व्यापक प्रगति संभव हो सकेगी.
कैसे काम करता है RSS कार्यकर्ता?
छात्रों और व्यापारियों को संबोधित करते हुए, भागवत ने पूछा, अगर आप छात्र हैं, तो आप अपनी पढ़ाई के लिए कितना समय देते हैं? अगर व्यवसायी हैं, तो आप अपने व्यापार में कितने समय तक काम करते हैं? उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता जो भी काम करता है, वो एक ‘साधक’ (एक समर्पित व्यक्ति) के रूप में करता है.
उन्होंने छात्रों से अपने एरिया में आइडियल प्रोफेशनल और दूसरों के लिए इंस्पायरिंग उदाहरण बनने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने लोगों से पूछा कि वो रोजाना संघ की गतिविधियों के लिए कितना समय देते हैं.
भारत के लिए क्या कर सकते हैं?
भागवत ने राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में सेना और सरकार के साथ-साथ समाज की अहम भूमिका पर भी रोशनी डाली. उन्होंने कहा, हम सभी को यह सोचना चाहिए कि हम देश के हित के लिए क्या कर सकते हैं. भागवत दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को कानपुर पहुंचे थे और अपना कार्यक्रम पूरा करने के बाद सोमवार को ट्रेन से पटना के लिए रवाना हुए. अनुपम के अनुसार, अपने इस दौरे के दौरान, आरएसएस प्रमुख ने संघ के अधिकारियों के साथ लगभग 10 बैठकें कीं.